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महाकाल थाने के पीछे खुले रुप से बिक रही है झिंजर

– झिंजर के धीमे जहर ने चार और की ली जान, आज 4 की फिर अलग-अलग हिस्सों से मिली लाश, प्रशासनिक अधिकारी सकते में..

– नृसिंह घाट बना हुआ है नशेड़ीओं का अड्डा
– नकली दारु पीने से मरने वालों का आंकड़ा 11 पर पहुंचा
लापरवाही बरतने पर खारा कुआं थाना प्रभारी मीणा सहित चार पुलिसकर्मी सस्पेंड

आबकारी विभाग सहित महाकाल थाना प्रभारी तोमर व एसआई बादल भी है, जिम्मेदार….

उज्जैन। ऐसा नहीं कि खाराकुआ थाना क्षेत्र में ही झिंजर दारू जैसे धीमे जहर की बिक्री हो रही है। बल्कि सबसे ज्यादा महाकाल थाना क्षेत्र में यह नकली दारू खुले रुप से कई समय से बिक रही है। महाकाल थाना क्षेत्र से ही इस नकली दारू बिकने का सिलसिला शुरू हुआ था। पिछले कई वर्षों से महाकाल थाने के पीछे नकली दारू बेची जा रही है। लेकिन लेकिन आपका भी विभाग व महाकाल थाना टीआई अरविंद सिंह तोमर और वहां के एसआई गगन बादल ने इस क्षेत्र में चल रहे इस गोरख धंधे को बंद करने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की है। जिसकी वजह से यह धीरे-धीरे अन्य जगहों पर भी गुपचुप तरीके से बिकने लगी। महाकाल क्षेत्र में मंदिर के बाहर फुटपाथ पर सोने वाले भिकारी व गरीब लोग इसका सेवन करते हैं क्योंकि यह दारू कम पैसे मैं आसानी से मात्र 20 रुपए में ही मिल जाती है और महाकाल क्षेत्र के आसपास गरीब और भीकारी फुटपाथ पर सोने वाले लोग इसे खरीद कर इसका सेवन करते हैं यह दारू केमिकल स्प्रेड की बनी होती है और इतनी घातक रहती है कि यह शरीर के अंदर के फेफड़े व गुर्दे को धीरे धीरे खत्म कर देती है और अभी तक इसका सेवन करने से कई लोगों की जान जा चुकी है।

2 दिन में 11 मौतों से शहर में मचा हड़कंप, प्रशासन जागा

2 दिन में 11 लोगों की मौत के आंकड़े ने पूरे उज्जैन में हड़कंप मचा दिया है और उज्जैन के हालात बेकाबू है हालांकि एसपी मनोज कुमार सिंह ने अब मोर्चा संभालते हुए लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करना शुरू कर दी है और जहां जहां नकली दारू बेची जा रही है उस जगह छापामार कार्रवाई कर 4 को हिरासत में लिया गया है। अब पुलिस इस गोरखधंधे को खत्म करने की तैयारी में है।

इन 11 मजदूरों की हुई मौत

छत्री चौक सराय पर नकली शराब पीने से मरे दो मजदूर की लाश कल सुबह खाराकुआ पुलिस ने बरामद की थी जिनकी शिनाख्त विजय पिता कृष्णा भाटी उम्र 48 साल निवासी गुर्जर कॉलोनी नागदा, व शंकर पिता नवल सेन उम्र 45 वर्ष निवासी बागला नागदा, वही तेलीवाड़ा से भी कोतवाली थाना पुलिस ने दिनेश पिता मदन लाल जोशी उम्र 45 वर्ष निवासी अंकपत मार्ग भी मृत मिला, तथा तीन मजदूर बद्री लाल पिता भेरूलाल उम्र 65 वर्ष को गंभीर अवस्था में अस्पताल भर्ती किया था लेकिन कल बुधवार शाम को 4:30 बजे बद्री ने भी अस्पताल में दम तोड़ दिया था, उसके बाद पुलिस ने खाराकुआ थाने के पास पिंजर वाडी क्षेत्र में किराए के मकान में रहने वाले बबलू पिता टीकम यादव उम्र 40 वर्ष की भी कल शाम को 6:00 बजे पुलिस ने लाश बरामद की, सभी की नकली शराब से मौत होने की आशंका जताई जा रही है उसके बाद आज सुबह नरसिंह घाट और ढाबा रोड से 2 मजदूर मृत अवस्था में मिले। दो दिन में 11 मजदूरों की जिंझर शराब से मौत होने की खबर ने प्रशासन की नींद उड़ा दी है

अधिक स्प्रेड मिलने पर मेडिकल किया सील…

जांच में कुछ दवा स्टोर्स के नाम भी सामने आये हैं, जिनके स्टाक के वेरिफिकेशन का कार्य किया जा रहा है। दवा बाजार स्थित गुप्ता सर्जिकल मेडिकल के यहां निर्धारित मात्रा से अधिक स्पीरिट पाये जाने पर स्टोर को सील किया गया है।

उज्जैन में 2 दिनों में झिंजर, कच्ची शराब और स्प्रिट के सेवन से बुधवार को सुबह से देर शाम तक 7 लोगों की मौत हो गई। जबकि गुरुवार को सुबह से ही 4 मृत लोगों की लाश शहर के अलग-अलग हिस्सों से मिली। पहले दिन तक तो पुलिस ने मामले को संदिग्ध करार दिया। लेकिन जैसे ही लोगों की मौत का आंकड़ा बढ़ा दो अधिकारियों की सांसे भी फूल गई। अपनी इज्जत बचाने के लिए ताबड़तोड़ जिला प्रशासन भी मैदान में आ गया और माधव क्लब रोड स्थित दवा बाजार पर कार्रवाई कर दी गई।

मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश

झिंजर शराब के सेवन से 11 लोगों की मौत और 1 की गंभीर हालत के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। शिवराज सिंह चौहान ने एसआईटी के माध्यम से पूरे घटनाक्रम की जांच करवाए जाने की बात कही है। शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। गुरुवार सुबह एसपी मनोज सिंह एडीएम नरेंद्र सूर्यवंशी सहित अन्य अधिकारी जांच के लिए महाँकाल थाने पर पहुंचे थे।

आबकारी विभाग महाकाल थाने की लापरवाही का नतीजा

नशीले पदार्थ के सेवन से हुई 11 मौतों के मामले में आबकारी विभाग महाकाल पुलिस भी शंका के दायरे में आ खड़े हुए है। अवैध शराब और कच्ची शराब की बिक्री को रोकने का सबसे बड़ा दायित्व आबकारी विभाग का बनता है। एक के बाद एक हुई 11 मौतों के बाद भी आबकारी विभाग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई।

शराब से हुई मौत के मामले में कल जांच के लिए उज्जैन पहुंचेगी टीम

उज्जैन में जहरीली शराब स्प्रिट से हुई मौत के मामले में मध्यप्रदेश शासन ने बैठाई जांच मध्यप्रदेश शासन गृह विभाग के सचिव डॉ राजेश राजौरा अतिरिक्त मुख्य सचिव एसके झा सहित पांच अधिकारियों की टीम कल उज्जैन आकर जांच करेगी ।

कलम से सत्य की गूंज...

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