
इंस्पेक्टर धनेंद्र भदौरिया के डर्टी गेम की काली हकीकत।
महाकाल की नगरी में अपराध के बादशाह इंदौर क्राइम ब्रांच के सस्पेंड टीआई धनेंद्र भदौरिया दस्तक कब देंगे,यह कुछ कहा नही जा सकता लेकिन इस पुलिस अधिकारी का ख़ौफ़ उज्जैन में अभी से हो गया है।
दरअसल कानून व्यवस्था को हाथ मे लेकर उसके साथ खिलवाड़ कैसे किया जा सकता है,यह धनेंद्र साहब बखूबी जानते है।
कॉटन व्यापारियों को खास तौर पर निशाना बनाया। रसूखदार लोगों को कैद किया और इंदौर क्राइम ब्रांच के थाने को कैद खाना बना दिया।
यहां लोगों को बलात बंधक बनाकर रखा जाता था। उन्हें मारा पीटा जाता था और फिर लाखों रुपये लेकर छोड़ा जाता था।
टीआई साहब की इस घिनौनी करतूत के शिकार कई लोग हुए है। वह तो भला हो प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का। जिन्होंने इनके गुनाह का भांडा फूटते ही पद से हटा दिया।
लेकिन पिक्चर अभी बहुत बाकी है। इनके गुनाह की सबूत पुलिस के पास खुद चलकर आ रहे है। कई पीड़ित लोग पुलिस को बयान दे चुके है।
कुल मिलाकर इंदौर की क्राइम ब्रांच की काल कोठरी के राज जैसे जैसे सामने आ रहे है उससे पता चलता है कि धनेंद्र भदौरिया के गुनाहों की फेहरिस्त बहुत लंबी है जो इन्हें लंबे समय तक सलाखों के पीछे रखने के लिये काफी है।