विडिओ:- उज्जैन के जिला अस्पताल में भर्ती होने आना तो बिस्तर जरूर लाना
कोविड-19 के दौर में भी अस्पताल मैं लापरवाही का यह आलम। जिला अस्पताल की ऐसी अवस्था का जिम्मेदार कौन?

एक कंबल से 7 डिग्री की ठंड से केेसेे निपटेे मरीज, कम से कम दो कंबल तो देे दो…
अव्यवस्था देख मरीज प्राइवेट अस्पताल में इलाज करवाने को मजबूर…
उज्जैन। उज्जैन के संभागीय जिला अस्पताल में अव्यवस्था का जो आलम है वह खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है अव्यवस्था तो यहां इतनी है की गिनाए भी गिनी ना जाए।
पर फिर भी मरीजों को मिलने वाली मूल सरकारीसुविधाओ की जमीनी स्थिति की हालात खस्ता है जिस कारण मरीज प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करवाने को मजबूर है।
ऐसे तो यह बताना जरूरी नहीं होगा कि जिला अस्पताल में बीमार व्यक्ति ही इलाज करवाने आते है और बीमारी की हालत में गर्मी के दौरान ही मरीजो को ठंड अहसास होता है! फिर अगर मौसम ही सर्द हवाओं का हो तो ठंड लगना लाजमी है ऐसे में अस्पताल प्रशासन यह नही समझ पा रहा है कि मरीजों की ठंड एक कम्बल से कैसे जाएगी कम से कम मरीजों को दो-दो कंबल तो उपलब्ध हो? ऐसे में अगर लोकल का कोई मरीज है तो वह अपनी सुविधानुसार व्यवस्था जुटा सकता है लेकिन दूरदराज से आए मरीज ठंड से ठिठुडने को मजबूर है, जिसके चलते वे अपने साथ बिस्तरओं का झोला लाना मरीजो की मजबूरी बन चुकी है।