उज्जैन संभाग के 65 हजार से अधिक मजदूर जिलों में वापस आए
उज्जैन। संभागायुक्त आनंद कुमार शर्मा के मार्गदर्शन में अब तक उज्जैन संभाग के कुल 65 हजार 213 प्रवासी मजदूर अपने-अपने जिलों में वापस आ चुके हैं। इनमें आगर-मालवा के 5 हजार 795, देवास के के 19 हजार 945, मंदसौर के 5 हजार 526, नीमच के 981, रतलाम के 12 हजार 487, शाजापुर के 3 हजार 535 और उज्जैन के 16 हजार 944 प्रवासी मजदूर शामिल हैं।
इनमें से 11 हजार 71 प्रवासी मजदूरों के मनरेगा के अंतर्गत नए जॉबकार्ड बनाएं गये हैं। इनमें आगर मालवा के 139, देवास के 1161, मंदसौर के 2126, नीमच के 204, रतलाम के 2676, शाजापुर के 903 और उज्जैन के 3862 प्रवासी मजदूरों के नए जॉबकार्ड बनाएं गये हैं।
इसके अलावा कुल 12620 प्रवासी मजदूरों के पुराने बने जॉबकार्डों का नवीनीकरण्ा किया गया है। इनमें आगर मालवा के 4925, देवास के 395, मंदसौर के 2385, नीमच के 777, रतलाम के 1062, शाजापुर के 663 और उज्जैन के 2413 प्रवासी मजदूरों के पुराने बने जॉबकार्ड नवीनीकृत किये गये हैं।
उल्लेखनीय है कि उज्जैन संभाग में कुल 21367 निर्माण कार्य चल रहें हैं। इनमें आगर मालवा में 1256, देवास में 5091, मंदसौर में 2317, नीमच में 794, रतलाम में 4085, शाजापुर में 1566 और उज्जैन में 6258 निर्माण कार्य चल रहें हैं।
इन निर्माण कार्यों में उज्जैन संभाग में कुल 153986 मजदूर कार्यरत हैं। इनमें आगर मालवा में 11315, देवास में 46107, मंदसौर में 21042, नीमच में 9083, रतलाम में 24997, शाजापुर में 19597 और उज्जैन में 21845 मजदूर कार्यरत है।
इन निर्माण कार्यों में कार्यरत मजदूरों में से उज्जैन संभाग में वापस आये प्रवासी मजदूर कुल 19355 हैं। इनमें आगर मालवा में 1954, देवास में 1775, मंदसौर में 4022, नीमच में 159, रतलाम में 6621, शाजापुर में 1625 और उज्जैन में 3199 प्रवासी मजदूर हैं।