अय्याश पिता को अय्याशी करने से रोका तो फोड़ दिया दोनों बेटों का सर…
भूतपूर्व सरपंच पति की हवस में ये कैसा ट्विस्ट…
उज्जैन के इंगोरिया थाने के अंतर्गत आने वाले ग्राम पलवा से निकलकर पिता पुत्र की एक कहानी जो रिश्तो की मर्यादा को भंग करती हुई जिला हॉस्पिटल के एम.एल.सी वार्ड तक पहुंचकर अपने फूटे सर का ईलाज कराते हुए हकीकत बयां कर रही हैं।
हकीकत दो बेटे अपने ही अय्याश पिता की बया कर रहें है, की आखिर कैसे हवस और बाजारु महिलाओं के शौकीन पिता ने अपने ही बेटों का सिर धारदार हथियार से फोड़ दिया। जिसकी शिकायत इंगोरिया थाने में दर्ज की गई है।
दरअसल बीती रात ग्राम पलवा की हरिजन बस्ती में उस समय हंगामा मच गया जब राधेश्याम परमार घर में बाजारू औरत के साथ हवस की आग शांत कर रहा था और घर में दोनो बेटो की बहु मौजूद थी।
जब दोनों बेटे काम काज करके घर पहुंचे तो इनकी पत्नियों ने इनके पिता के कमरे में चल रही रासलीला की बात बताई, हिम्मत जुटा कर जब बेटों ने खिड़की से झांका तो नजारा देख बेटे चिल्लाने लगे जिस पर पिता राधेश्याम ने कमरे का दरवाजा खोल कर दोनों बेटों की पिटाई कर दी साथ ही दोनों बेटों के सरो पर कुल्हाड़ी से वारकर दिया जिससे दोनों बेटे लहूलुहान होकर मूर्छित हो गए यह देख बाजारू औरत के साथ पिता मौके से भाग गया। घायल बेटों को परिजन जिला अस्पताल लेकर पहुंचे जहां उनका इलाज चल रहा है।
खास बात यह है कि राधेश्याम परमार की पत्नी मांगूबाई भी मौके पर मौजूद थी लेकिन पिता और पुत्र की लड़ाई ने उसे बेसुद कर दिया बेटे हितेश परमार और प्रेम परमार ने बताया कि उसकी मां से पिता लगभग 10 वर्षों से बातचीत नहीं करते और बदल बदल कर बाजारू औरते घर पर लाकर रासलीला रचाते हैं। तंग आकर जब कल विरोध किया तो पिता ने उन पर हमला कर दिया इस मामले में इंगोरिया थाना पुलिस में शिकायत दर्ज की गई है अब पुलिस जांच करेगी कि हकीकत मामला आखिर क्या है।