सिंहस्थ के सेवादार हो सकते है मध्यप्रदेश के नए मुखिया..!
नेतृत्व परिवर्तन जल्द।

नेतृत्व परिवर्तन जल्द।
अंतिम शाही सवारी में शामिल न होने का मलाल मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को हमेशा साल सकता है। वे आज गृहमंत्री की भोपाल में उपस्थिति के कारण नही आ पाए। शिवराज सिंह महाकाल के भक्त है और वे अगले साल शाही सवारी में शामिल भी हो सकते है लेकिन बतौर मुख्यमंत्री तो यह अवसर आने की संभावना बनती नही दिख रही।
दरअसल नगर निकाय चुनावों में भाजपा के कमजोर प्रदर्शन का ठीकरा मुख्यमंत्री के सिर फूटना ही था। मामा की लोकप्रियता की कोई कमी नही है लेकिन बाकियों का हाल सब जानते है।
अगले साल विधानसभा चुनावों के मद्देनजर मध्यप्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन की कवायद ने जोर पकड़ लिया है। मामा को बिना विश्वास में लिए भाजपा कोई कदम उठा ले यह मुमकिन नही है। लिहाजा मामा को विश्वास में लेकर भाजपा सर्वप्रिय और सर्वसन्तुलित चेहरे पर दांव खेलने के मूड में है। वैसे भी भाजपा सर प्राइज में भरोसा रखती है लिहाजा वह चेहरा सबका पसंदीदा है।
मामा ने परिवर्तन को पहले की भांप लिया था इसलिए वे उन्हें सेनापति की तरह लगातार आगे कर भी रहे थे।
भादव की भीषण बूंदों की तरह नेतृत्व परिवर्तन के साथ मंत्रिमंडल का पुर्नगठन कभी भी हो सकता है।
यह संयोग और सुफल है कि सिंहस्थ के सेवादार होने का फल भगवान महाकाल उस चेहरे को देने वाले है। भूपेंद्र सिंह मध्यप्रदेश के अगले मुख्यमंत्री हो सकते है।