
धार्मिक नगरी उज्जैन में फर्जी एडवाइजरी कंपनी ने उस समय खूब सुर्खियां बटोरी थी जब कुछ लोग नकली क्राइम ब्रांच के अफसर बनकर इन शेयर मार्केट के एडवाइजरो के ऑफिस में पैसा एटने के मकसद से पहुंचे गए थे। शंका होने पर इन्हीं एडवाइजरो के दलाल असली क्राइम ब्रांच की टीम को लेकर पहुंच गए थे और नकली क्राइम ब्रांच बने उन लोगों को माधव नगर थाने मैं प्रकरण दर्ज करवा कर जेल भी भिजवाया था फिलहाल पूरा मामला अभी न्यायालय में विचाराधीन है।
उस वक्त भी पूरा मामला माधवनगर थाने ही पहुंचा था और जांच अधिकारी थे एसआई मकाश्रेजी।
अगर उस समय ही सही कार्रवाई की होती तो आज शहर में यह फर्जी एडवाइजर कंपनियां अपने गलत इरादों की जड़े ना फैलाती।
सूत्र यह भी बताते हैं कि अभी भी संबंधित फर्जी एडवाइजरी कंपनी थाना क्षेत्र में ही संचालन सहित संचालित हो रही है जिसकी भनक बेशक थाने सहित एसटीएफ की टीम को भी है।
अब देखना यह दिलचस्प होगा कि कार्रवाई की आंच का तड़का इस शेख चिल्ली पर कब पड़ेगा क्योंकि हमारे सत्ताधारी पार्टी के पूर्व पार्षद को सद्बुद्धि शायद इंतजार इसी बात का है।
Csp विनोद कुमार मीणा…
जब हमने सीएसपी विनोद कुमार मीणा से शहर में फैल रही फर्जी शेयर मार्केट का काम करने वाली कंपनियों के बारे में कार्रवाई करने की बात कही तो उन्होंने बताया कि थाना पुलिस को भी जल्द कार्रवाई के निर्देश दिए जाएंगे, फिलहाल एसटीएफ ने अभी कौन सी धाराओं में कार्रवाई की है उसे संज्ञान में लेकर अन्य फर्जी एडवाइजर कंपनियों को भी साफ किया जाएगा।
अगले अंक में… ग्लोबल इन्वेस्टमेंट रिसर्च वेबसाइट से फर्जी एडवाइजरी आखिर क्यों बंद हुई पढ़िए।