भारत का ‘वुहान’ न बन जाए यह राज्य, 53 पत्रकार कोरोना से संक्रमित पाए गए यहाँ
देश में कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र है, जहां संक्रमितों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। राज्य में मुंबई की स्थिति बेहद खराब है। वहीं, मुंबई में सोमवार को 53 पत्रकार कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। इन सभी पत्रकारों को आइसोलेशन में रखा गया है। बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने इस बात की जानकारी दी।
53 journalists in Mumbai tested positive for #COVID19; All are under isolation.Samples of 171 journalists reporting from field,including Photographers,Video Journalists&Reporters,were collected.Most of the positive journalists were asymptomatic: Brihanmumbai Municipal Corporation pic.twitter.com/Q4eDRYuYBw
— ANI (@ANI) April 20, 2020
बृहन्मुंबई नगर निगम ने बताया कि मुंबई में 53 पत्रकार कोविड-19 जांच में पॉजिटिव पाए गए हैं, एहतियात के तौर पर इन सभी को आइसोलेशन में रखा गया है। फील्ड में काम कर रहे फोटोग्राफरों, वीडियो पत्रकारों और रिपोर्टर्स सहित फील्ड से रिपोर्टिंग करने वाले 171 पत्रकारों के नमूने एकत्र किए गए थे और उनकी जांच की गई थी। पॉजिटिव पाए गए अधिकतर पत्रकारों में शुरू में कोरोना के लक्षण नहीं दिखाई दिए थे।
गौरतलब हो कि महाराष्ट्र में कोरोना का कहर बढ़ता ही जा रहा है। रविवार को राज्य में रिकॉर्ड 552 मामले सामने आए और 12 लोगों की मौत हुई। राज्य में अबतक 4200 से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं।
कोरोना वायरस को लेकर महाराष्ट्र में जिस तरह के हालात हैं उससे देखकर लग रहा है कि वह भारत का ‘वुहान’ न बन जाए। राजधानी मुंबई की स्थिति सबसे ज्यादा बुरी है। राज्य के कुल मामलों में से अकेले 2700 से ज्यादा मामले यहीं सामने आए हैं, जबकि 132 लोगों की मौत हो चुकी है।
बता दें कि देशभर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 1553 नए मामले सामने आए हैं और 36 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद देशभर में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 17,656 हो गई है और इस वायरस से 559 लोगों की मौत हो चुकी है।
उद्धव ठाकरे ने लॉकडाउन को लेकर लोगों को किया सचेत
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि किसी को यह नहीं सोचना चाहिए कि लॉकडाउन को हटा दिया गया है। हमने सिर्फ अर्थव्यवस्था के पहिये को थोड़ा सा घुमाने की कोशिश की है। मैंने सुना है कि कुछ लोग लॉकडाउन के दौरान मिली इस ढील को लॉकडाउन खत्म होने के रूप में मान रहे हैं। यदि वे इस तरह का व्यवहार करते रहे तो हम सख्त कदम उठाएंगे।